ये दुनिया एक भूल भुलैया सी है। ये दुनिया एक भूल भुलैया सी है।
हो गई पूरी, वर्षा होने की हर एक आस, बुझ गई मरूस्थल से मेरे हृदय की प्यास। हो गई पूरी, वर्षा होने की हर एक आस, बुझ गई मरूस्थल से मेरे हृदय की प्यास।
उदय हुआ उस ललित निर्झर से , श्वेत वर्णित रसूल। उदय हुआ उस ललित निर्झर से , श्वेत वर्णित रसूल।
बिम्ब के भ्रम में ही कुत्ता रोटी गँवाता। बिम्ब के भ्रम में ही कुत्ता रोटी गँवाता।
प्राण पखेरू उड़ जाते हैं रह जाती है केवल कस्तूरी की मृगतृष्णा। प्राण पखेरू उड़ जाते हैं रह जाती है केवल कस्तूरी की मृगतृष्णा।
जीवन सफल हो जाएगा बड़ी शक्ति है बाबा के वरदान में चलो सब कावर लेके बाबा बैजनाथ के धाम जीवन सफल हो जाएगा बड़ी शक्ति है बाबा के वरदान में चलो सब कावर लेके बाबा बैजना...